स्मार्ट सिटी के बारे में



स्मार्ट सिटी क्या है?


About Smart City


इसका उत्‍तर यह है कि स्मार्ट सिटी की ऐसी कोई परिभाषा नहीं है जिसे सर्वत्र स्‍वीकार किया जाता है। अलग-अलग लोगों के लिए इसका आशय अलग-अलग होता है। अतः स्मार्ट सिटी की संकल्पना, शहर-दर-शहर और देश-दर-देश भिन्‍न होती है जो विकास के स्तर, परिवर्तन और सुधार की इच्छा, शहर के निवासियों के संसाधनों और उनकी आकांक्षाओं पर निर्भर करता है। स्मार्ट सिटी मिशन की अप्रोच में, उद्देश्य ऐसे शहरो को बढ़ावा देना है जिनमे मूलभूत अवसंरचना है और अपने नागरिकों को शानदार गुणवत्तावाला जीवन, स्वच्छ और स्थिर वातावरण और 'स्मार्ट' समाधानों की प्रयोजनीयता दे सके। इसमें स्थिर और समावेशी विकास पर फोकस किया गया है और विचार है की छोटे क्षेत्रों पर फोकस कित्या जाए, प्रतिकृति मॉडल बनाए जाए जो अन्य आकांक्षी शहरों के लिए दीपस्तम्भ का काम करें। सरकार का स्मार्ट सिटिज मिशन एक साहसी, नई पहल है। इसका उद्देश्य ऐसे उदहारण स्थापित करना है जिनकी स्मार्ट सिटी के भीतर और बाहर, दोनों जगह नक़ल की जा सके, जिनसे देश के विभिन्न प्रदेशो एवं भागो में सदृश स्मार्ट सिटिज के सृजन उत्प्रेरित हों।


अधिक जानकारी के लिए कृपया http://smartcities.gov.in/ देखें।



स्मार्ट सिटी का मतलब सूरत शहर की विशेषज्ञता की क्षमता में विशेषज्ञता प्रदान करके नागरिकों के जीवन में सुधार करना है, समान रूप से, सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी के माध्यम से सर्वोत्तम भौतिक आधारभूत संरचना, सामाजिक आधारभूत संरचना और गतिशीलता प्रदान करना है। इस प्रकार, अर्थव्यवस्था के आगे विकास, पारिस्थितिकी सुरक्षा, सूरत की पहचान और संस्कृति द्वारा सूरत को भविष्य का वैश्विक शहर बनाने के लिए।







स्मार्ट सिटी सुविधाएँ




  • developmentsOwl Icon क्षेत्र आधारित घटनाक्रमों में मिश्रित भू-उपयोग को बढ़ावा देना

  • developmentsOwl Icon हाउसिंग और समावेशिता

  • developmentsOwl Icon पैदल चलने योग्य लोकलिटी का निर्माण

  • developmentsOwl Icon खुले स्‍थानों का संरक्षण और विकास करना

  • developmentsOwl Icon परिवहन के विभिन्‍न विकल्पों को बढ़ावा देना

  • developmentsOwl Icon शासन को नागरिक-मैत्री और किफायती बनाना

  • developmentsOwl Icon शहर को पहचान प्रदान करना

  • developmentsOwl Icon अवसंरचना और सेवाओं में स्‍मार्ट समाधान का उपयोग करना







स्मार्ट शहरों के चयन की प्रक्रिया


प्रत्येक महत्वाकांक्षी शहर 'सिटी चैलेंज' में एक स्मार्ट सिटी के रूप में चयन के लिए प्रतिस्पर्धा करेगा। चयन प्रक्रिया के दो चरण हैं। संबंधित मुख्य सचिवों को संख्‍या का संकेत देने के बाद, जैसा कि ऊपर पैरा 8 में उल्लिखित है, राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा निम्नलिखित चरणों का कार्य किया जाएगा:-







राज्य/संघ राज्य क्षेत्र की पूर्ववर्ती स्थिति और स्कोरिंग मानदंडों के आधार पर और इसे आबंटित कुल संख्या के अनुसार संभावित स्मार्ट शहरों चयन शुरू करता है। प्रतियोगिता का पहला चरण अंतर राज्यीय है, जिसमें राज्य के शहर पूर्ववर्ती स्थिति और निर्धारित स्कोरिंग मानदंड पर प्रतिस्पर्धा करेंगे। संभावित शहरों द्वारा प्रतियोगिता के पहले दौर में सफल होने के लिए इन शर्तों को पूरा किया जाना है और उच्चतम स्कोरिंग करने वाले संभावित स्मार्ट शहरों का चयन किया जाएगा और चैलेंज के स्टेज 2 में भाग की सिफारिश की जाएगी। पूर्ववर्ती शर्तें और प्रपत्र दिशा निर्देशों का अनुबंध 4 में दिए गए हैं। प्रपत्रों में शहरी स्थानीय निकाय द्वारा भेजी गई जानकारी राज्य मिशन निदेशक द्वारा मूल्यांकन किया जाना है और मूल्यांकन के अनुमोदन के लिए राज्य स्तरीय उच्चाधिकार प्राप्त संचालन समिति (एचपीएससी) के समक्ष रखा जाना है। राज्य एचपीएससी की संरचना दिशा निर्देशों के पैरा 13 में दी गई है।


राज्य/संघ राज्य क्षेत्र द्वारा निर्धारित तिथि तक शहरी विकास मंत्रालय को सिफारिश की गई स्मार्ट शहरों की सूची के रूप में प्रतियोगिता के पहले दौर में सफल होने वाले शहरों को भेजा जाएगा (मुख्य सचिवों को लिखे गए पत्र में संकेत दिया जाना है)। राज्य सरकार को प्रपत्र (अनुबंध 3 में दिए गए) को भरना होगा और सिफारिश की गई सूची के साथ भेजना होगा। इसके बाद शहरी विकास मंत्रालय 100 स्मार्ट शहरों की सूची की घोषणा करेगा।






प्रतियोगिता के दूसरे चरण में, संभावित 100 स्मार्ट शहरों में से प्रत्येक 'सिटी चैलेंज' में भाग लेने के लिए अपने प्रस्ताव तैयार करते हैं। यह एक महत्वपूर्ण स्‍तर है क्‍योंकि प्रत्येक शहर के स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव (एससीपी) में चुना गया मॉडल शामिल होने की संभावना है, चाहे वो रिट्रोफिटिंग या पुनर्विकास या ग्रीनफील्ड विकास या उनका मिश्रण हो, और इसके साथ ही इसमें स्मार्ट समाधान के साथ एक पैन शहर आयाम शामिल है। एससीपी में शहर निवासियों और अन्य हितधारकों के साथ हुए विचार-विमर्श की रूपरेखा तैयार किया जाएगा कि एससीपी में निहित मिशन को कैसे पूरा किया जाएगा और महत्वपूर्ण रूप से निजी भागीदारी को आकर्षित करने के लिए राजस्व मॉडल सहित स्मार्ट सिटी योजना के वित्तपोषण के लिए प्रस्ताव क्या है। शहरी विकास मंत्रालय द्वारा पेशेवरों के सलाह पर एससीपी के लिए मूल्यांकन का मानदंड तैयार किया गया है और इसे उनके प्रस्ताव तैयार करने के लिए शहरों के मार्गदर्शन के रूप में कार्य करना चाहिए। आवेदन के साथ भेजे जाने वाले मानदंड और दस्तावेज दिशानिर्देश के अनुबंध-4 में दिए गए हैं।








स्मार्ट सिटी आकलन दृष्टिकोण


प्रस्तुत प्रस्तावों का मूल्यांकन राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों, संगठनों और संस्थानों के एक पैनल समेत एक समिति द्वारा किया गया था। 20 शहरों का सबसे अच्छा प्रस्ताव माना गया था जिन शहरों को चुना नहीं जाता है वे दूसरे दौर में विचार करने के लिए अपने एससीपी में सुधार करने के लिए काम शुरू करेंगे। 28 जनवरी 2016 को एमओयूडी द्वारा चैलेंज के पहले दौर के विजेताओं की घोषणा की गई। सूरत को एमओयूडी द्वारा पहले दौर में घोषित 20 स्मार्ट शहरों की सूची में चौथी स्थिति में चुना गया।






स्मार्ट सिटी परियोजनाएं




  • Projects icon स्मार्ट सिटी सेंटर(SMAC)

    स्मार्ट सिटी सेंटर केंद्र की सभी नागरिक सेवाओं के प्रभावी और कुशल वितरण के लिए सूरत शहर के लिए प्रशासनिक नियंत्रण केंद्र के रूप में विचार किया गया है।


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  • Projects icon एकीकृत यातायात और गतिशीलता प्रशासन केंद्र (IT-MAC)

    केंद्र शहर के यातायात, बीआरटीएस, सिटी बस, यातायात पुलिस, आरटीओ, आग, विभिन्न विभागों से संबंधित आपातकालीन सेवाओं में...


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  • Projects icon शहर की कोमन भुगतान प्रणाली

    यह एक सह-ब्रांडेड, बहु-अनुप्रयोग संपर्क सह स्मार्ट कार्ड होगा। इस कार्ड का मुख्य उद्देश्य केवल स्मार्ट कार्ड के साथ लोगों को अधिकतम नागरिक सेवाएं प्रदान करना...


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  • Projects icon कनेक्टेड सूरत

    इंटरनेट, जो पूरी तरह से सरकार, व्यापार और नागरिक बातचीत को प्रतिस्थापित करता है, सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बन गया...


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  • Projects icon ईआरपी और जीआईएस प्लेटफॉर्म का विकास

    सूरत नगर निगम की प्रक्रिया स्वचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, क्रिटिकल म्यूनिसिपल ऑपरेशंस का ईआरपी एक सामान्य प्रौद्योगिकी मंच पर...


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  • Projects icon ओटोमेटिक फेर कलेक्शन सिस्टम (AFCS)

    यह आईटी-संचालित सेवा वर्तमान सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को अधिक कुशल और कुटीर अनुकूल बनाती है। नागरिकों को परिवहन विकल्पों का एक पैकेज प्रदान...


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